Kans ki patni ka naam :- भारत में पौराणिक कथाओं का इतिहास काफी बड़ा है। जिसमें से एक इतिहास मथुरा के अत्याचारी राजा कंस का भी है।
हम सभी कंस की मृत्यु से संबंधित तो सभी बातें जानते हैं, लेकिन क्या आपको kans ki patni ka naam पता है ? यदि नहीं तो आइए आज के लेख में हम इसी के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
आज के इस लेख में हमें जानेंगे कि kans ki patni ka naam क्या था ? साथ ही हम जानेंगे की कंस की कितनी पत्नियां थी। तो आइए बिना देरी किए लेख को शुरू करते हैं।
कंस की पत्नी का नाम क्या था ? – Kans ki patni ka naam
कंस की दो पत्नियां थी और वह दोनों आपस में सगी बहने थी। कंस की दोनों पत्नियों का नाम अस्ति और प्राप्ति था।
अक्सर टीवी पर चलने वाले धारावाहिक सीरियल में कंस की पत्नी का नाम केशीनी बताया जाता है। लेकिन इस नाम का जिक्र भगवत गीता में कहीं भी नहीं किया गया है। जबकि यह बताया गया है कि कंस की एक पत्नी का नाम असली और दूसरी पत्नी का नाम प्राप्ति था।
साथी अक्षर धारावाहिक सीरियल में अभी दिखाया जाता है कि कंस की एक पत्नी थी लेकिन गीता के अनुसार कंस की दो पत्नियां थी और वह बहने थी।
अस्ति और प्राप्ति कौन थी ?
अस्ति और प्राप्ति राजा जरासंध की पुत्रियां थी। राजा जरासंध अपने दोनों ही पुत्रियों से बहुत प्रेम करता था इसलिए कम से विवाह होने के पश्चात उसने अपने 23 आरोहिणी सेना में से कुछ सैनिक मथुरा भेज दिए थे।
ताकि वह सैनिक उनकी बेटियों के बारे में उन्हें सभी समाचार दे सके और यह बता सके कि उनकी बेटियां मथुरा में खुश है या नहीं।
कंस की मृत्यु के पश्चात भी जब हंसती और प्राप्ति ने अपने पिता जरासंध को कंस की मृत्यु कांड के बारे में सभी जानकारियां दी तो राजा जरासंध अपनी 23 रोहिणी सेना को लेकर मथुरा पर आक्रमण बोल दिया।
कंस का विवाह अस्ती और प्राप्ति से कैसे हुआ ?
पहले कंस के पिता उग्रसेन और राजा जरासंध दोनों मैं दुश्मनी थी। लेकिन राजा उग्रसेन राजा जरासंध के 23 अरोहनिया सेनाओं से लड़ने में असक्षम थे इसलिए उन्होंने राजा जरासंध के पास उनकी पुत्रियों के लिए अपने पुत्र का रिश्ता भेजा।
और कहा कि आप अपनी पुत्रियों का विवाह मेरे पुत्र से कर दीजिए और हम अपने संबंधों को अच्छा कर लेते हैं। इस बात पर राजा जरासंध राजी हो गया और अपनी दोनों पुत्रियों अस्ति और प्राप्ति का विवाह कंस से कर दिया।
जैसे, राजा जरासंध क्रूर स्वभाव का था वैसे ही कंस भी बहुत ही क्रूर स्वभाव का था। शादी के समय बारात लेकर कंस के घर पर राजा जरासंध गया था लेकिन राजा उग्रसेन उनकी सभी सेनाओं का सत्कार करते हुए थक गए क्योंकि इतनी बड़ी सेना का सत्कार करना आसान काम नहीं था।
तो कुछ इस प्रकार राजा जरासंध की पुत्रियों अस्ति और प्राप्ति से कंस का विवाह संपन्न हुआ।
कंस की उत्पत्ति कैसे हुई थी ?
हालांकि हम सभी लोग यह मानते हैं, कि कंस के पिता का नाम उग्रसेन था और माता का नाम पद्मावती था। लेकिन कई कथाएं प्रचलित हैं जिसमें बताया गया है, कि कंस के असली पिता उग्रसेन नहीं थे।
जब उग्रसेन का विवाह रानी पद्मावती से हुआ था, तो वह कुछ समय बाद ही अपने मायके चली गई थी। फिर एक बार राजनी पद्मावती के पिता राजा सत्यकेतु से मिलने के लिए यशराज कुबेर का एक संदेश वाहक ध्रुव मिला वहां आया। उसने जब रानी पद्मावती को देखा तो वह उनके ऊपर मोहित हो गया।
लेकिन रानी पद्मावती पहले से ही विवाहित थी, इसलिए उर्मिला ने राजा उग्रसेन का भेष धर लिया और रानी पद्मावती के साथ संबंध बनाया। और रानी पद्मावती गर्भवती बन गई।
जब कुछ समय बाद रानी पद्मावती को पता चला, कि यह ध्रुव मिला ने उसके साथ धोखा किया है, तो उन्होंने अपने गर्भ को गिराने का प्रयास किया लेकिन उस समय वहां पर राजा उग्रसेन आ पहुंचे। और वह रानी पद्मावती को मथुरा ले गए।
फिर वहां पर रानी पद्मावती ने कंस को जन्म दिया। तो इस तरह कंस के पिता का नाम उग्रसेन नहीं बल्कि ध्रुव मिला था।
FAQ’S :-
Q1. कंस की पत्नी कितनी थी ?
Ans - कंस की पत्नी दो थी, जिसका नाम असली और प्राप्ति था।
Q2. कंस की पत्नी किसकी पुत्री थी ?
Ans - कंस की पत्नी राजा जरासंध की पुत्री थी।
Q3. कंस की कितनी बहन थी ?
Ans - कंस की अपनी कोई बहन नहीं थी, बल्कि उसकी एक चचेरी बहन थी, जिसका नाम देवकी था।
Q4. राजा कंस के कितने पुत्र थे ?
Ans- राजा कंस के पुत्रों का कहीं भी उल्लेख नहीं मिलता है। इसलिए यह माना जाता है, कि कंस का कोई पुत्र नहीं था।
निष्कर्ष :-
आज के इस लेख में हमने kans ki patni ka naam जाना है। उम्मीद है, कि इस लेख के माध्यम से आपको कंस और कंस की पत्नियों के बारे में सभी जानकारियां मिल पाई होंगी।
यदि आप इस विषय पर कुछ आने जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं और तो कमेंट करके जरूर बताएं। यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने अन्य दोस्तों के साथ भी शेयर करें।
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